अन-ब्लेंडेड फ्यूल पर अतिरिक्त एक्साइज ड्यूटी लगाने की घोषणा से फ्यूल कीमतों में बढ़ोतरी और उस पर अतिरिक्त बोझ को सहन करने वाले पर बहस शुरू हो गई हैण
Petrol-diesel Price: चार प्रमुख महानगरों में पेट्रोल की कीमतें 5.26 से 6.77 और डीजल की कीमतें 11.16 से 12.48 रुपये प्रति लीटर की कमी आई है.
Tax Collection: पिछले साल चालू वित्तवर्ष की पहली छमाही में सरकार को 1.28 लाख करोड़ रुपए की कमाई पेट्रोलियम उत्पादों के उत्पादन शुल्क संग्रह से हुई थी.
Excise collection: सीजीए के आंकड़ों से पता चला कि संग्रह अप्रैल-सितंबर 2019 में 95,930 करोड़ रुपये के संग्रह से 79 प्रतिशत अधिक है.
नीति लागू होने के पहले वर्ष में सरकार उत्पाद राजस्व के आंकड़ों को 10,000 करोड़ रुपए तक ले जाने के लिए तैयार है.
Excise Duty: सरकार ने पिछले साल पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क (Excise Duty) 13 रुपये प्रति लीटर जबकि डीजल पर 16 रुपये प्रति लीटर की वृद्धि की थी.
अभी भी तेल के दाम लोगों की जेब पर एक बड़ा बोझ बने हुए हैं. हालांकि, लोगों की मुसीबत के बीच भी सरकार अपना खजाना भरने में लगी हुई है.